“चलो यार ज़रा कैंची लाना मैं इसके सामने के थोड़े से बाल
काट दूं.”
“रेडी हो ना ? पीछे के बाल लंबे ही रहेंगे बस सामने से थोड़ा स्टाइलिश
लुक आ जाएगा। क्या है आपका फ़ेस थोड़ा पतला है तो भरा भरा लगेगा.”
“बहुत ज्यादा नहीं लेकिन थोड़ा बहुत ज़रुरी है मेक-अप भी, काजल की पतली धार, हल्के रंग की
लिस्टिक लगाओ ना.”
“ज्यादा बहन जी बनकर मत रहो, हां तुम
वेस्टर्न ड्रेस ज्यादा अच्छी लगती हो.”
“स्माइल हां ये लो आ गई तुम्हारी तस्वीर हमेशा ऐसी ही रहा
करो” मोबाइल पर तस्वीर लेते हुए एक लड़की बोली.
“तुम कह रही थी कि हम कितने लकी है कि हमारे बॉयफ्रेंड है
अब तुम्हारा भी बन जाएगा बस जैसे हमने कहा है वैसे व्यवहार करना और वैसे ही रहना.”
“क्या हुआ तो नर्वस हो गई आप.”
सब लड़कियों की बात
स्मिता ने ध्यान से सुन ली।
स्मिता इंदौर के एक
प्राइवेट होस्टल में रहती थी जहां रहकर वो फाइन आर्ट्स में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही
थी।
वहां ज्यादातर
लड़कियां वर्किंग थी, कुछ पढ़ाई भी कर रही थी।
उसकी कस्बाई संवेदनाओं
को वो समझ चुकी थी तो सोचा कि उसकी झिझक थोड़ी कम कर दे।
इस बात को एक दिन बीत
चुका था अगले दिन स्मिता कॉलेज नहीं गई क्योंकि एक्जाम पास आने की वजह से उसकी
छुट्टियां शुरु हो चुकी थी। तभी उसकी एक और सहेली टीना जो कि उम्र में उससे 2-3
साल छोटी थी और एक प्राइवेट फर्म में काम करती थी ने, उसे अपने कमरे में अपने कमरे
में बुलाया।
स्मिता ने पूछा “ ऑफिस नहीं गई आज”
टीना ने कहा “नहीं सिर में दर्द हो रहा था तो नहीं गई.”
कल की सारी बातें वो
सुन चुकी थी वो स्मिता से बोली “ सुनों सभी लड़कियों की तरह मेरा भी बॉयफ्रेंड
है इसलिए नहीं कि सबने बनाया है क्योंकि मुझे उससे और उसे मुझसे प्यार हो गया वो
भी जब हमने सोचा नहीं था। प्यार जितना सुहाना दिखता है वो हमेशा हो ऐसा ज़रुरी
नहीं रिलेशनशिप में ब्रेकअप भी हो सकता है और पैच-अप भी।
ये ज़रुरी नहीं कि हम
किसी की देखा देखी उसी राह पर चल पड़े। अपने आप से ये सवाल पूछना बहुत ज़रुरी है
कि हम क्या किसी को सचमुच पसंद करते है और दूसरा इंसान भी हमें और रिश्तें में आए उतार चढ़ाव के
लिए क्या हम सचमुच तैयार है। तुम्हारा अकेलापन देखकर सबने तुम्हे सलाह दे डाली अब
तुम ये तुम पर है कि तुम रिश्तें में रहकर अकेली महसूस करना चाहती हो या अकेले
रहकर ख़ुश रहना चाहती हो?
क्योंकि प्यार किया नहीं जाता हैं हो जाता
है।
स्मिता ने कहा “सच तो है तुम उम्र में मुझसे छोटी हो लेकिन ज्यादा समझदार हो.”
टीना ने कहा “सुनो मेरा तो यही कहना है तुमसे जैसी हो वैसी ही रहना क्यों किसी के लिए
खुद को बदलना. सबसे ज्यादा ज़रुरी है खुद में ख़ुश रहना तभी हम किसी
दूसरे के साथ ख़ुश रह पाएंगे.”
शिल्पा रोंघे
© सर्वाधिकार सुरक्षित, कहानी के सभी पात्र काल्पनिक है जिसका जीवित या मृत व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है।
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